13 September 2006

हिन्दी सप्ताह 2006 अध्यक्ष नराकास की अपील

प्रतिभूति कागज कारखाना होशंगाबाद (म.प्र.)
अपील

आपको विदित ही है कि, संविधान सभा की बैठक में लिए गए निर्णय के फलस्वरूप १४ सितम्बर, १९४९ को हिन्दी को राजभाषा के रूप में मान्यता प्रदान की गई थी। यह सम्मान इसलिए इसे प्राप्त हुआ क्योंकि यह भारत की सर्वाधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा थी और जन-सामान्य से संवाद बनाने के लिए इसे ही सर्वाधिक उपयुक्त समझा गया।
राजभाषा 'हिन्दी` में शत्-प्रतिशत कार्य करने के लिए राजभाषा अधिनियम, १९६३ और राजभाषा (संघ के प्रयोजनों के लिए प्रयोग) नियम १९७६ की रचना की गई है। इन नियमों के अधीन वर्ष २००६-०७ में शत-प्रतिशत पत्राचार हिन्दी में करने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रकार इन नियमों का पालन करते हुए निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करना प्रत्येक कर्मचारी का सांविधानिक उत्तरदायित्व है।
प्रतिभूति कागज कारखाना, होशंगाबाद, हिन्दी भाषी क्षेत्र में स्थित है और इसके तथा नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्य कार्यालयों के अधिकांश कर्मचारी हिन्दी-भाषी हैं। अत: सभी से मेरी अपील है कि वे 'राजभाषा` का सम्मान करते हुए अपने कार्यालयीन काम-काज में ही नहीं बल्कि अपने निजी काम-काज में भी 'हिन्दी` का अधिक से अधिक प्रयोग करें तथा निम्न बातों का अनुसरण करें-
१. सभी अधिकारी अपना दैनिक कार्य स्वयं हिन्दी में करें तथा कम से कम हस्ताक्षर हिन्दी में करना प्रारम्भ करें जिससे उनके अधीनस्थ कर्मचारी भी प्रोत्साहित हो सकें।
२. 'क` और 'ख` क्षेत्रों को अधिक से अधिक पत्र/ फेक्स 'हिन्दी` में भेजे जावें।
३. सभी फाइलों पर टिप्पणियाँ आदि 'हिन्दी` में लिखी जावें।
४. कम्प्यूटरों पर हिन्दी का प्रयोग अधिकाधिक रूप से किया जावे।
५. बैठकों में अधिकांश चर्चा हिन्दी में हो।
प्रतिभूति कागज कारखाना, होशंगाबाद के समस्त कर्मचारियों तथा अधिकारियों में अपना काम राजभाषा हिन्दी में करने के प्रति सजगता बढ़ाने के उद्देश्य से इस वर्ष भी दिनांक १४ सितम्बर २००६ को प्रमुखता देते हुए 'हिन्दी दिवस` तथा इसी दिन से आरम्भ कर दिनांक २१ सितम्बर २००६ तक 'हिन्दी सप्ताह समारोह` आयोजित किया जा रहा है। इस अवधि में आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिताओं एवं कार्यक्रमों का विवरण अलग से प्रसारित किया जावेगा।
मैं, उक्त समारोह में आयोजित कार्यक्रमों की सफलता की कामना करता हूँ और मुझे आशा ही नहीं बल्कि विश्वास है कि आप सभी अपना कार्यालयीन कार्य 'हिन्दी` में करेंगे तथा समारोह के कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
-बी.के.पाठक
महाप्रबंधक एवं अध्यक्ष,
नराकास
होशंगाबाद
दिनांक- ०७.०९.२००६

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